Friday, November 22"खबर जो असर करे"

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत, पत्‍नी कहां हैं किसी को पता नहीं ?

नई दिल्‍ली (New Delhi) । उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के माफिया डॉन और मऊ विधानसभा से पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की गुरुवार को मौत हो गई. बांदा जेल (Banda Jail) में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया था. यहां इलाज के दौरान शाम करीब 08:25 बजे उसकी मौत हो गई. मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है. बता दें कि मुख्तार को कुछ दिनों के लिए पंजाब की रोपड़ जेल में भी रखा गया था.

वहीं दूसरी ओर विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत के बात यह चर्चा हो रही है कि मुख्‍तार की पत्‍नी कहां ? मुख्तार की मौत के बाद सवाल यह है कि लंबे समय से फरार चल रहीं उनकी पत्नी अफशा सामने आएंगी या नहीं। मुख्तार की पत्नी अफशा आंसारी पर 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया है। अब तक अफशा अंसारी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। मुख्तार की पत्नी अफशां पर 9 केस दर्ज हैं।

बता दें कि अफशां अंसारी यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के दर्जी मोहल्ला की रहने वाली हैं। मामला यह है कि मऊ के दक्षिण टोला में रैनि गांव के पास विकास कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी बनाकर एक जमीन खरीदी गई जिसपर निर्माण करवाया गया। यह कपंनी पांच लोगों के नाम पर दर्ज थी जिसमें अफशां अंसारी का भी नाम था। जांच में पता चला कि यह जमीन पट्टे में अनुसूचित जाति के लोगों को दी गई थी जिसकी जबरन रजिस्ट्री करवा ली गई। इस मामले में अफशां कोर्ट में भी नहीं पेश होती थीं। इसके बाद उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया।

इसी मुकदमे का आधार बनाते हुए 2022 में अफशां के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट लगा दिया गया। पुलिस अकसर उनके ठिकानों पर छापेमारी करती है लेकिन खाली हाथ लौट आती है।मुख्तार की पत्नी पर कोर्ट में ना पेश होने और जमानत ना कराए जाने के बाद 25 हजार का अतिरिक्त इनाम घोषित किया गया

मुख्तार के परिवार की बात करें तो मुख्तार खुद पांच बार विधाक रहे और उनपर 60 मुकदमे दर्ज थे। मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी भी जेल में थे। उनपर सात केस दर्ज हैं। मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी पर जालसाजी और अवैध कब्जे के आरोप हैं और वह भी फरार है। मुख्तार की बहू निखत अंसारी पर पति को जेल से भगाने और उसको सुख सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आरोप था। इसके बाद वह लगभग 6 महीने जेल में रही। फिलहाल वह जमनात पर हैं। मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी के खिलाफ भी आधा दर्जन केस दर्ज हैं। इस बार उन्हें समाजवादी पार्टी ने लोकसभा का टिकट दिया है। उनका मुकाबला माफिया डॉन बृजेश सिंह से हो सकता है। अफजाल को गाजी पुर से टिकट दिया गया है। 2019 में अफजाल अंसारी ने भाजपा के मनोज सिन्हा को हरा दिया था। तब अफजाल ने बसपा से चुनाव लड़ा था।