सेलांगोर राज्य के अग्निशमन प्रमुख नोराजम खामिस ने बताया कि दोनों शव मिट्टी और मलबे के एक मीटर नीचे दबे हुए पाए गए। उन्होंने कहा कि भूस्खलन के दौरान ऐसे लोगों के बचने की उम्मीद है जो पेड़ पर या चट्टानों पर चढ़ गए हों और मलबे में दबने के बावजूद उन तक हवा पहुंच रही हो। हालांकि ऐसा होने की उम्मीद बेहद कम है।
अधिकारियों ने बताया कि कुआलालंपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर मध्य सेलांगोर के बतांग काली में एक कैंपसाइट पर भूस्खलन हुआ जहां करीब 90 से अधिक लोग मौजूद थे। उन्होंने कहा कि घटना के समय लोग सोए हुए थे और उसी समय कैंपसाइट से लगभग 30 मीटर ऊंची सडक़ से पर्यटक स्थल पर मिट्टी गिर पड़ी और लगभग तीन एकड़ जगह इसकी चपेट में आ गई। घटना में शामिल अधिकांश परिवार ऐसे थे जो साल के अंत में स्कूल की छुट्टी के दौरान छुट्टियों का आनंद ले रहे थे।
शवों का पोस्टमार्टम कर रहे हैं और पीड़ितों की पहचान के लिए परिजनों की प्रतीक्षा कर रहे थे। 23 पीड़ितों में छह बच्चे और 13 महिलाएं शामिल हैं।
बचावकर्ताओं ने कहा कि एक मां और उसकी छोटी बेटी शुक्रवार को गले लगाए हुए थी। सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और दर्जनों लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।