नागपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह अचानक नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत से करीब 45 मिनट तक चर्चा की। मध्य प्रदेश में बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने राज्य की शराब नीति को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। ऐसे में शिवराज सिंह का नागपुर दौरा अहम माना जा रहा है।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पिछले कुछ दिनों से राज्य सरकार के खिलाफ सार्वजनिक बयानबाजी कर रही हैं। राज्य में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। उमा भारती के हमलावर तेवरों के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा सरकार बैकफुट पर आ गई है।
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्र के अन्य नेताओं ने इस मामले में उमा भारती से चर्चा की। उसके बाद भी उमा भारती लगातार शराब नीति की आलोचना कर रही हैं। इसे लेकर 12 फरवरी को किया गया उनका ट्वीट राजनीतिक गलियारों में काफी वायरल हो रहा है।
उमा भारती के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से काफी करीबी रिश्ते रहे हैं। इसलिए राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि शिवराज सिंह ने बुधवार को सरसंघचालक से मुलाकात की और उनके सामने मामले को लेकर अपना पक्ष रखा। विशेष विमान से बुधवार सुबह नागपुर पहुंचे शिवराज चौहान एयरपोर्ट से सीधे संघ मुख्यालय गए और करीब 45 मिनट तक चर्चा की।
अमूमन नागपुर यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री मीडिया से बात करते हैं। लेकिन सरसंघचालक से हुई मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री मीडिया से किनारा करते हुए वापस एयरपोर्ट लौटे। बहरहाल इस मुलाकात पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। एजेंसी/(हि.स.)