वॉशिंगटन । अमेरिका के लिए राष्ट्रपति बाइडन के कार्यकाल के दौरान भारत के साथ रिश्ते बढ़ाना एक अहम उपलब्धि रहा है। यह कहना है कि अमेरिका के मौजूदा रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का। उन्होंने शुक्रवार को डेमोक्रेट पार्टी के नेता के व्हाइट हाउस में रहने के दौरान के कुछ अहम फैसलों और उपलब्धियों को गिनाया। इनमें नाटो को मजबूत करना, यूक्रेन को मदद दिलाने के लिए 50 देशों को साथ लाना शामिल है। ऑस्टिन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के काम को बेहतरीन करार दिया है
रक्षा मंत्री ने और किन-किन उपलब्धियों का जिक्र किया?
लॉयड ऑस्टिन ने कहा, “जब हम सत्ता में आए तो हमें फिलीपींस से निकाला जाने वाला था। लेकिन हम उस स्थिति से 180 डिग्री पर हैं। यानी अब हमारे फिलीपींस से बेहतरीन रिश्ते हैं और हम साथ काम करना जारी रख रहे हैं हैं।” उन्होंने कहा, “अगर आप ऑकस (ऑस्ट्रेलिया-यूके-यूएस) के गठबंधन को देखें तो इसके पास पीढ़ियों की क्षमता होगी, जो कि आगे जाकर बड़ा फर्क पैदा करेगी।” बता दें कि ऑकस गठबंधन के तहत यह तीनों देश साथ में परमाणु पनडुब्बी के निर्माण के लिए तैयार हुए हैं।
ऑस्टिन ने कहा कि बाइडन प्रशासन के दौरान भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते और बेहतर हुए हैं। उन्होंने आगे कहा, “हम जब अमेरिका में सत्ता में आए तबसे जापान ने अपनी रक्षा में निवेश को दोगुना किया और लिस्ट काफी लंबी है। इसलिए चाहे यूक्रेन के समर्थन और वहां सुरक्षा के लिए सहायता प्रबंधन की बात हो या इस्राइल के स्वायत्त क्षेत्र की रक्षा में मदद की बात हो, हमने इसके लिए काम किया। इसके अलावा हमने हिंद प्रशांत क्षेत्र पर भी ध्यान बनाए रखा।”
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हार के बा रक्षा मंत्री का पहला बयान
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप की जीत और डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस की हार के बाद यह रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का पहला बयान है। उन्होंने कहा, “शुरुआत में हमें चीजों को संभालने में चुनौती का सामना करना पड़ा। यह हमारे लिए चुनौती ही रही। इसलिए हम इन चुनौतियों से निपटने और संसाधनों के सही इस्तेमाल में सफल रहे। इन कदमों के बाद देश अब सफलता की तरफ जा सकता है, अगर हम इस काम को आगे भी जारी रखें।”