Friday, November 22"खबर जो असर करे"

बैतूल: जलजीवन मिशन के बाद भी भैंसदेही के डेढ़ दर्जन ग्रामों में पानी के लिए हाहाकार

बैतूल।बढ़ते तापमान से भूजल स्तर में आ रही गिरावट से बैतूल जिले के ग्रामीण अंचलों में जल संकट ने दस्तक दे दी है। भैंसदेही तहसील के लगभग डेढ़ दर्जन ग्रामों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। जल संकट की त्रासदी झेल रहे झल्लार पंचायत के ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है। ग्राम पंचायत झल्लार के सरपंच मनीष नर्रे, जनपद सदस्य सहित ग्रामीणों ने कलेक्टर को एक ज्ञापन देकर पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही पेयजल संकट का निराकरण नहीं किया जाता है तो वे आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे। हालांकि जिलजा पंचायत सदस्य राजा ठाकुर, जनपद सदस्य स्वाति राठौर और सरपंच मनीष नर्रे द्वारा ग्रामीणों को मतदान का महत्व समझाकर मतदान का बहिष्कार न करने की समझाईश दी जा रही है।

 

10 दिन में एक घंटे के लिए होती है पानी की सप्लाई

ग्राम पंचायत झल्लार के सरपंच मनीष नर्रे, जनपद सदस्य स्वाति राठौर, चंद्रकांत महाले, बबलू महाले, जैवंती, चेतराम, सुनीता सहित अन्य ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर अवगत कराया है कि 5 हजार की आबादी वाले ग्राम पंचायत मुख्यालय झल्लार में रामजीढाना के एक नलकूप से दस दिनों में एक बार सिर्फ एक घंटे पानी की सप्लाई की जाती है जिससे क्षेत्र कीजनता को पानी की व्यवस्था के लिए भटकना पड़ता है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लगभग एक वर्ष पूर्व पीएचई विभाग द्वारा तीन करोड़ की लागत से जलजीवन मिशन के तहत नलजल योजना का कार्य शुरू किया था लेकिन बीते तीन माह से पाइप लाइन और टंकी निर्माण कार्य बंद है।

ज्ञापन के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने कलेक्टर को अवगत कराया कि नलजल योजना के लिए पीयूसी पाइप एवं अन्य सामग्री पंचायत क्षेत्र में जहां रखी हुई थी वहां से अन्यंत्र ले जायी जा रही है। टंकी का निर्माण अधूरा है। पाइप लाइन की खुदाई भी पूरी नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि क्षेत्र में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही पेयजल संकट का निराकरण नहीं किया गया तो मतदान का बहिष्कार करेंगे।

 

इन ग्रामों में गहराया जलसंकट

भैंसदेही विकासखंड के लगभग डेढ़ दर्जन ग्रामों में पेयजल का संकट गहरा गया है। जिला पंचायत सदस्य राजा ठाकुर, ग्राम पंचायत झल्लार के सरपंच मनीष नरे्र, ग्राम पंचायत आमला की सरपंच जैवंती, ग्राम पंचायत टेमुरनी की सरपंच कमलाबाई सहित चंद्रकांता महाले, सुनीता, कुलदीप यादव, अनिल कनाठे, अमरलाल ने कलेक्टर को आवेदन देकर ग्रामीण क्षेत्रों में मचे पानी के हाहाकार की जानकारी दी है। पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्राम पंचायत गोरगांव, ग्राम पंचायत आमला के ग्राम सीवनपाट, ग्राम पंचायत धार, ग्राम पंचायत कोरड़ी के गौलनढाना, पिपरीढाना, ग्राम पंचायत धामनगांव, ग्राम पंचायत रामघाटी के गारपठार, मानुपड़ाव, ग्राम पंचायत टेमुरनी के सेमलढाना, ग्राम पंचायत झल्लार के कामीदा, ग्राम पंचायत बोथिया के तामसार, ग्राम पंचायत केरपानी के जामुनढाना, डेडवाकुंड पंचायत के मालनी में व्याप्त पेयजल संकट की विस्तार से जानकारी देकर पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग की है।