दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल इस समय अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बाइडन ने कहा कि अगर उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो इसकी प्रतिक्रिया विनाशकारी होगी। उसे अपने शासन के अंत का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया का सुरक्षा कवच अमेरिका है। उत्तर कोरिया के आक्रामक मिसाइल परीक्षणों के सामने परमाणु तंत्र को मजबूत किया जा रहा है। इस तरह की कार्रवाई करने वाले किसी भी शासन का अंत होगा।
इससे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल ने एक ऐतिहासिक और नए समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य उत्तर कोरिया के हमले को रोकना है। समझौते के तहत 40 साल के बाद अमेरिका पहली बार दक्षिण कोरिया में परमाणु बैलिस्टिक पनडुब्बी का बेड़ा स्थापित कर सकेगा। माना जा रहा है कि यह कदम उत्तर कोरिया से मिल रही धमकियों को देखते हुए उठाया गया है। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शांति बनाए रखना है। परमाणु हमले की स्थिति बनी तो उत्तर कोरिया को तगड़ा जवाब दिया जाएगा। (हि.स.)