ढाका। बांग्लादेश में हिंदू मंदिर, घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. सुनामगंज के दोराबाजार इलाके में लोकनाथ मंदिर और कई सामुदायिक संपत्तियों में न सिर्फ तोड़ फोड़ की गई थी बल्कि हिंसा् भी की गई थी. हिंसा औऱ तोड़फोड़ हिन्दुओं से जुड़ी संपत्तियों पर की गई थी. उस दौरान जिले के एसपी, डीसी, सेना और पुलिस ने स्थिति को किसी तरह नियंत्रण में किया था. पुलिस ने घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली थी और 150-170 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
क्या हुआ था 3 दिसंबर को…
3 दिसंबर को सुनामगंज जिले के निवासी आकाश दास की एक फेसबुक पोस्ट से इलाके में तनाव फैल गया था. भले ही दास ने पोस्ट हटा ली पर इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट तेजी से चारों ओर फैल गया जिसने हिंसा फैला दी. स्थानीय पुलिस ने दास को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था लेकिन मॉब लिंचिंग जैसी घटना से बचने के लिए दास को दूसरे स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया था. इन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है- अलीम हुसैन (19 साल), सुल्तान अहमद राजू (20 साल), इमरान हुसैन (31 साल) और शाहजहां हुसैन (20 साल) .
नहीं थम रहे हिन्दुओं पर हमले…
मंगलवार को ही बांग्लादेश ने हसीना के सत्ता से हटने के बाद हिंदुओं के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा की 88 घटनाओं को स्वीकार किया था. भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव तब आया जब अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के 5 अगस्त को छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद देश छोड़कर चले जाने के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार सत्ता में आई. हाल के हफ्तों में हिंदुओं पर लगातार हमलों और खासकर हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की हाल ही में गिरफ्तारी के बाद संबंध और भी खराब हो गए. चिन्मय कृष्ण दास इस्कॉन बांग्लादेश के पूर्व सदस्य हैं और अब बांग्लादेश सम्मिलिता सनातनी जागरण जोत संगठन के प्रवक्ता हैं.