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पूनम महाजन बोंली, पिता प्रमोद महाजन की हत्या के पीछे साजिश

मुंबई। भाजपा के पूर्व दिग्गज नेता प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन ने दावा किया है कि उनके पिता की हत्या किसी पारिवारिक मामले या दुश्मनी से नहीं हुई थी, बल्कि इसके पीछे गहरी साजिश थी। पूनम महाजन के इस दावे के बाद प्रमोद महाजन की हत्या का मामला फिर चर्चा में आ गया है। आज भी प्रमोद महाजन की हत्या से जुड़े कई सवाल अनसुलझे हैं, तो आइए जानते हैं कि कौन थे प्रमोद महाजन और कैसे हुई थी उनकी हत्या-

कौन थे प्रमोद महाजन
प्रमोद महाजन की अप्रैल 2006 में अपने ही घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिस वक्त प्रमोद महाजन की मौत हुई, उस समय प्रमोद महाजन राष्ट्रीय राजनीति का उभरता हुआ चेहरा थे। भाजपा में वे अपनी सांगठनिक क्षमता और चुनावी रणनीति के लिए जाने जाते थे। कुछ लोग अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के बाद उन्हें भाजपा का सबसे बड़ा नेता मानते थे। प्रमोद महाजन आरएसएस से जुड़े थे और भाजपा में भी उनका जबरदस्त प्रभाव था। भाजपा के साथ ही प्रमोद महाजन के अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ भी अच्छे संबंध थे। एक समय अपनी हिंदुत्ववादी राजनीति के चलते भाजपा अछूत मानी जाती थी, लेकिन वो प्रमोद महाजन ही थे, जिन्होंने अन्य राजनीतिक पार्टियों को भाजपा के साथ गठबंधन के लिए तैयार किया और साल 1998 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनी। प्रमोद महाजन अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे।

क्या हुआ था 22 अप्रैल 2006 के दिन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रमोद महाजन के भाई प्रवीण महाजन ने पारिवारिक विवाद में अपने भाई की हत्या की थी। 22 अप्रैल 2006 का दिन था। उस वक्त सुबह के साढ़े सात बजे रहे थे, प्रमोद महाजन अपने घर में बैठे चाय पी रहे थे और अखबार के पन्ने पलट रहे थे। उसी समय प्रवीण महाजन वहां पहुंचे, दोनों के बीच कुछ देर बात हुई। इस बातचीत के दौरान दोनों में तकरार हो गई और अचानक से प्रवीण महाजन ने पॉइंट ब्लैंक रेंज से अपने बड़े भाई प्रमोद महाजन के सीने में तीन गोलियां मार दीं। इसके बाद प्रवीण महाजन आराम से टैक्सी लेकर वर्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे और अपने भाई की हत्या का जुर्म कबूलते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं प्रमोद महाजन गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हालांकि 13 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 3 मई 2006 को प्रमोद महाजन की मौत हो गई।

प्रमोद महाजन की हत्या को लेकर आज भी अनसुलझे हैं कई सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रवीण महाजन ने जब प्रमोद महाजन को गोली मारकर घायल कर दिया था तो गोपीनाथ मुंडे सबसे पहले प्रमोद महाजन के घर पहुंचे थे। उस दौरान प्रमोद महाजन बोलने की स्थिति में थे तो कथित तौर पर प्रमोद महाजन ने उस वक्त मुंडे से कहा था कि ‘मैंने ऐसा क्या किया कि प्रवीण ने मुझ पर गोली चलाई?’ प्रवीण महाजन को हत्या का दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जब प्रवीण महाजन जमानत पर जेल से बाहर आए थे तो मीडिया ने उनसे हत्या को लेकर सवाल किए थे, लेकिन प्रवीण महाजन ने गोलमोल जवाब दिए और खुलकर इस बारे में कुछ नहीं बताया। प्रवीण महाजन ने जेल में एक किताब भी लिखी, जिसमें उसने लिखा कि ‘यह सब कैसे हुआ और किसने किया, ये लोग कभी नहीं जान पाएंगे।’ साल 2010 में ब्रेन हैमरेज के चलते प्रवीण महाजन की भी मौत हो गई थी।