आईओए अध्यक्ष उषा को लिखे पत्र में स्टार पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर यौन शोषण और वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है।
बजरंग पुनिया, फोगट, मलिक, दहिया और दीपक पुनिया के हस्ताक्षर वाले पत्र में डब्ल्यूएफआई प्रमुख के इस्तीफे और यौन उत्पीड़न के आरोपों पर एक जांच समिति के गठन की मांग की गई है।
पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और उसके कोचों द्वारा महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और महासंघ के कामकाज में कुप्रबंधन के आरोप लगाए हैं। उन्होंने महासंघ के पूर्ण कायापलट की मांग की है।
भारतीय पहलवान और राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता विनेश फोगट ने बुधवार को विरोध के पहले दिन आरोप लगाया था कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पसंदीदा कोच महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं। उन्होंने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने और टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनकी हार के बाद उन्हें ‘खोटा सिक्का’ कहने का भी आरोप लगाया था।
दिल्ली के जंतर मंतर के पास डब्ल्यूएफआई के खिलाफ धरने पर बैठे फोगट ने बुधवार को कहा, कोच महिलाओं को परेशान कर रहे हैं और कुछ कोच, जो फेडरेशन के पसंदीदा हैं, महिला कोचों के साथ भी दुर्व्यवहार करते हैं। वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है।
हालांकि, डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने बुधवार को पहलवानों द्वारा उन पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों का खंडन किया है। (हि.स.)