भोपाल । टूटा-फूटा कच्चा घर, बारिश में टपकता घर, सर्दी में कंपकपाता घर और तेज गर्मी में तपतपाता घर अब बीते दौर की बात हो गई है। सहरिया जनजाति परिवारों के दिन अब बदले वाले हैं। इस विशेष पिछड़ी जनजाति के सभी परिवारों को पीएम जनमन की आवास योजना से न केवल पक्का घर ही मिला है, बल्कि अब ये परिवार प्राय: शहरों में मिलने वाले आवासीय परिसरों की तरह पक्की कॉलोनी में रहने की तैयारी कर रहे हैं।
जनसम्पर्क अधिकारी घनश्याम सिरसाम ने गुरुवार को बताया कि बदलाव की यह कहानी शिवपुरी जिले की है। विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों के जीवन स्तर में सुधार एवं समग्र कल्याण के लिये भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम जन-मन) चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शिवपुरी जिले में सहरिया जनजातीय परिवार बहुतायत में निवास करते हैं। यहाँ पीएम जनमन में सभी सहरिया परिवारों को पक्का घर बनाकर देने के लिए “विशेष अभियान” चलाया गया। शिवपुरी ब्लॉक में देश की पहली पीएम जनमन कॉलोनी बनकर तैयार हुई। फिर जल्द ही दूसरी कॉलोनी के बाद अब “तीसरी जनमन आवासीय कॉलोनी” शिवपुरी ब्लॉक की ही ग्राम पंचायत कोटा में बनकर तैयार हो गई है। लक्षित समूह के सभी परिवारों को पक्का घर देने के लिये इस विशेष अभियान में इन दिनों भी लगातार काम जारी है।
पीएम जनमन आवास योजना को सफल बनाने के लिये एक समर्पित टीम पूरे लगन से काम कर रही है। कोटा ग्राम पंचायत में 16 आवासों की एक कॉलोनी हाल ही में बनकर तैयार हो गई है। शहरों की तर्ज पर सहरिया बन्धुओं को समूह में सुंदर घर बनाकर दिये जा रहे हैं। इससे पहले शिवपुरी ब्लॉक ने देश की पहली और दूसरी कॉलोनी बनाकर पीएम जनमन में बेस्ट परफार्मिंग स्टेट के रूप में मध्यपदेश का पूरे देश में नाम रौशन किया है।