काठमांडू । नेपाल सरकार ने 12 वर्षों में 28000 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है। भारत के साथ अगले 10 वर्षों में 10 हजार मेगावाट बिजली खरीद का समझौता होते ही नेपाल ने बिजली उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने का निर्णय किया है।
नेपाल के ऊर्जा मंत्री शक्ति बस्नेत ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि सरकार 12 वर्ष में 28000 मेगावाट बिजली उत्पादन की योजना पर काम कर रही है। भारत के साथ दीर्घकालिक बिजली व्यापार समझौता होने के साथ ही इसको पूरा करने के लिए नई नीति बनाकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। हाल ही में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के नेपाल दौरे में दीर्घकालीन बिजली व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद सरकारी और निजी क्षेत्र के बिजली उत्पादकों का उत्साह बढ़ा है।
भारत के साथ बिजली समझौता होते ही नेपाल के निजी क्षेत्र सहित भारत की कई बड़ी कंपनियों ने नेपाल के जलविद्युत परियोजना में अपनी दिलचस्पी दिखाई है। नेपाल के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि भारत की सरकारी कंपनी सतलज और एनटीपीसी सहित निजी क्षेत्र के जीएमआर ग्रुप, अडाणी ग्रुप और रिलायंस एनर्जी के प्रतिनिधियों से अलग-अलग जलविद्युत परियोजना में निवेश की चर्चा शुरू हुई है।
नेपाल की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना पंचेश्वर को लेकर जल्द ही भारत के साथ समझौता होने की जानकारी दी गई है। ऊर्जा मंत्री बस्नेत ने कहा कि 6400 मेगावाट के प्रस्तावित इस जलविद्युत परियोजना की क्षमता को बढ़ाकर 10 हजार किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। मंत्री का दावा है कि पंचेश्वर परियोजना नेपाल के इतिहास में बड़ा गेमचेंजर साबित होने वाला है। (हि.स.)