मुरैना। नौतपा के दौरान आंधी-तूफान व वर्षा को वातावरण में बेहतर नहीं माना जाता, क्योंकि इससे वर्षाकाल में उत्कृष्ट वर्षा नहीं हो पाती। लेकिन इस बार नौतपा के दौरान उच्चतम व न्यूनतम तापमान अधिक होने के बाद भी तेज आंधी तूफान व वर्षा न होने से जिले में बेहतर वर्षा के शुभ संकेत हुये हैं। इस बार जिले की अनुमानित औसत वर्षा के पूर्ण होने की संभावना दिखाई दे रही है। मुरैना जिले में 25 मई से आज 2 जून तक चले नौतपा के दौरान न्यूनतम तापमान 28 डिग्री तथा उच्चतम तापमान 47.3 डिग्री तक दर्ज किया गया।
नौतपा के प्रारंभ में न्यूनतम तापमान 30 डिग्री तथा उच्चतम तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया था। नौतपा में तापमान 47.3 डिग्री तक पहुंच गया था। जबकि न्यूनतम तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया। इस 9 दिन की अवधि में एक दिन तेज आंधी के साथ हल्की बूंदें जमीन पर गिरी। इससे गर्मी के साथ उमश बढ़ गई। वर्तमान में उत्तर पश्चिम व उत्तर दक्षिण की हवायें चल रहीं हैं। नौतपा के दौरान चल रहीं उत्तर दक्षिण की हवाओं ने अपना रूख बदला था। यह हवायें उत्तर पूर्व की ओर चलने से तापमान में वृद्धि के साथ जमीन पर गर्मी का एहसास तेज हो गया था। ऐसा वातावरण 4 दिन तक लगातार बना रहा। इन परिस्थितियों के बावजूद भी वातावरण में नौतपा पर कोई असर दिखाई नहीं दिया। आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र के मौसम तकनीकी विशेषज्ञ डा. हरविंदर सिंह ने बताया कि इस बार नौतपा के दौरान जो संकेत मिले हैं, उनसे मुरैना में वर्षा पूरी होने की संभावना है। मुरैना में दर्ज औसत वर्षा 700 मिमी से भी अधिक वर्षा हो सकती है। जिससे खरीफ की फसल को बड़ा लाभ हो सकता है।