भोपाल। ईडी ने मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के एक पूर्व अधिकारी और उसके सहयोगियों के खिलाफ कथित आय से अधिक संपत्ति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ताजा छापेमारी के बाद 50 लाख रुपये से अधिक का कैश और चांदी के अलावा बैंक जमा राशि जब्त की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से साझा की गई जानकारी में कहा गया है कि परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ मामले में 17 जनवरी को मध्य प्रदेश के भोपाल, ग्वालियर और महाराष्ट्र के पुणे में छापेमारी की गई।
ईडी ने एक बयान में कहा कि 30 लाख रुपये की बैंक जमा राशि जब्त कर ली गई है। वहीं छापेमारी में तलाशी के दौरान 12 लाख रुपये का कैश और 9.17 लाख रुपये मूल्य की 9.9 किलोग्राम चांदी जब्त की गई है। डिजिटल डिवाइस और संपत्ति के दस्तावेजों की प्रतियां भी मिली हैं। बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मध्य प्रदेश सरकार की लोकायुक्त की एफआईआर से निकला है।
लोकायुक्त की एफआईआर में सौरभ शर्मा पर आरोप लगाया गया है कि उसने अपने परिवार के सदस्यों और संबंधित फर्मों और कंपनियों के नाम पर करोड़ों रुपये की कथित अवैध संपत्ति कमाई है। सौरभ शर्मा को 2015 में अनुकंपा के आधार पर मध्य प्रदेश परिवहन विभाग में कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया गया था। सौरभ ने 2023 में सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। सौरभ के पिता एक सरकारी डॉक्टर थे। उनकी 2015 में मृत्यु हो गई थी। ईडी ने पिछले दिसंबर में इस मामले में पहले दौर की तलाशी ली थी।
हाल ही में लोकायुक्त पुलिस ने परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों पर डाले गए छापे में करोड़ों रुपए नगद और चल अचल संपत्ति में निवेश संबंधी दस्तावेज जप्त किए थे। इसके बाद ईडी और आयकर विभाग ने भी ऐक्शन लिया था। इसमें उसके पास से लगभग 100 करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ। हालांकि सौरभ शर्मा अब तक किसी भी जांच एजेंसी के हाथ नहीं आया है। जांच एजेंसियों के खुलासे के बाद सत्तारूढ़ BJP और कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का दौर देखा जा रहा है।