इंडोनेशिया में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को रवाना होने से पहले एर्दोआन ने कहा कि विस्फोट एक विश्वासघाती हमला था और इसके अपराधियों को दंडित किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक चार लोगों की घटनास्थल पर और दो लोगों की अस्पताल में मौत हो गई। इस घटना में 53 लोग घायल हुए हैं। इस्तिकलाल एवेन्य में हुए विस्फोट की वजह फौरन साफ नहीं हो सकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, विस्फोट की जांच करने का जिम्मा पांच अभियोजकों को दिया गया है। एक वीडियो में दिख रहा है कि आग की लपटें निकल रही हैं और फिर जोर का धमाका हुआ, राहगीर पलट कर भागते दिखे। अन्य फुटेज में दिख रहा है कि एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां और पुलिस मौके पर पहुंच गई है। सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि इलाके में दुकानों को बंद कर दिया गया है।
तुर्की मीडिया निगरानी संस्था को इस विस्फोट की रिर्पोटिंग पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी है। इस रोक के बाद कोई भी प्रसारणकर्ता वीडियो जारी नहीं कर सकेगा। रेडियो एवं टेलीविजऩ की सर्वोच्च परिषद ने पहले भी हमलों और दुर्घटनाओं के बाद इस तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। इस्तांबुल के गवर्नर अली एरलीकाया ने ट्विटर पर कहा कि घायलों का इलाज चल रहा है। तुर्की में 2015 से 2017 के बीच कई बार विस्फोट हुए थे जिनका संबंध इस्लामिक स्टेट और गैर कानूनी कुर्दिश समूहों से था। (हि.स.)