वाशिंगटन। अमेरिका ने सबसे अधिक मांग में रहने वाले एच-1बी विदेश कार्य वीजा का देश में ही रिन्यूअल करने का एक पायलट कार्यक्रम औपचारिक रूप से शुरू कर दिया है. इस कदम का हजारों भारतीय टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल को लाभ मिलने की संभावना है।
एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी श्रमिकों को विशेष व्यवसायों में नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिनके लिए थियोरेटिकल और टेक्निकल एक्सपर्टाइज की आवश्यकता होती है. टेक्नोलॉजी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस पर निर्भर रहती हैं.
वीजा रिन्यूअल का यह कार्यक्रम 29 जनवरी को शुरू किया गया और यह एक अप्रैल तक चलेगा. इससे एच-1बी वीजा धारकों को अपने वीजा के नवीनीकरण में मदद मिलेगी. इस संबंध में एक घोषणा पिछले साल जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आधिकारिक यात्रा के दौरान की गयी थी.
विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 29 जनवरी से एक अप्रैल तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे. यह करीब दो दशक में पहली बार है जब सीमित संख्या में एच-1बी गैर अप्रवासी वीजा धारक अमेरिका में ही अपने वीजा को रिन्यूअल करा सकेंगे.