-शिवपुरी में डिफेंस सिस्टम, गुना में सीमेंट प्लांट और बदरवास में जैकेट निर्माण इकाई होगी शुरू
ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की पहल पर बुधवार को ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इसमें उद्योगपतियों ने भी अपने विचार रखे। अडानी समूह के करण अडानी ने कहा कि ग्वालियर में यह कॉन्क्लेव आर्थिक प्रगति को बढ़ाएगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव के नेतृत्व में अनेक क्षेत्रों में नए उद्योग आ रहे हैं। अडानी ग्रुप प्रदेश में 3500 करोड़ रुपये की लागत से गुना और शिवपुरी में दो नई औद्योगिक इकाइयां प्रारंभ करेगा।उन्होंने कहा कि शिवपुरी में 2500 करोड़ रुपये की लागत से रक्षा क्षेत्र में, गुना में 500 करोड़ रुपये की लागत से सीमेंट ग्राइडिंग यूनिट और बदरवास में जैकेट निर्माण इकाई शुरू की जाएगी। बदरवास इकाई से महिलाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा। यह निर्मित जैकेटविश्व के कोने-कोने तक जाएगी।
रिलायंस समूह ने बायो गैस और एनर्जी जनरेशन व ट्रोपोलाइट खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में दिखाई रुचि
रिलायंस समूह के उपाध्यक्ष विवेक तनेजा ने कहा कि मध्यप्रदेश में समूह द्वारा बायो गैस और एनर्जी जनरेशन क्षेत्र में निवेश का विचार है। ट्रोपोलाइट के एमडी पुनीत डॉवर ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव की जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ यादव की पहल से बेंगलुरू से लेकर ग्वालियर तक हुई इन्वेस्टर्स समिट और इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को रोजगार वृद्धि में सहायक बताया। उद्योगपतियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण हो रहा है। डॉवर ने गत 50 वर्ष के उद्योग क्षेत्र के अपने अनुभवों की भी चर्चा की। उन्होंने 100 करोड़ के निवेश मंतव्य की जानकारी दी जिससे करीब 500 महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
कॉन्क्लेव में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ यादव ने प्रदेश में 121 बैठकें की हैं। भोपाल में आगामी 7-8 फरवरी 2025 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी की जा रही है। प्रदेश में निवेश आ रहा है। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों में विभिन्न 51 औद्योगिक इकाइयों का वर्चुअल शुभारंभ किया हैं। इससे लगभग 8300 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजित होगा। वहीं, पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने पर्यटन क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया। खनिज विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने कोयला, लाइम स्टोन, कॉपर एवं अन्य खनिजों के क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति की जानकारी दी। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने आटी क्षेत्र में प्रगति को लेकर प्रेजेंटेशन दिया।
औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 120 औद्योगिक इकाइयों को 268 एकड़ भूमि आवंटित कर आशय-पत्र जारी किये गये। इसमें 1680 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश होगा एवं 6600 लोगों को रोजगार मिलेगा। एमएसएमई विभाग अंतर्गत 19 इकाइयों के लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किये गये, जिसमें 265 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश एवं लगभग एक हजार व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने प्रतीक स्वरूप 5 इकाइयों को भूमि आवंटन के आशय-पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने जय विलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण भी किया।
कॉन्क्लेव के मुख्य आकर्षण
-15 अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों ने सहभागिता की, जिसमें कनाडा, नीदरलैंड, टोगो, जाम्बिया और मैक्सिको के प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए।
-15 से अधिक राज्यों के निवेशकों ने सहभागिता की। इसमें अधिकांश पर्यटन, आईटी, फुटवेयर, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के उद्योगपति थे, जिन्होंने निवेश के लिये रूचि दिखाई।
-400 से अधिक बायर-सेलर मीट हुईं।
-पांच से अधिक औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।
-उद्योगपतियों ने अपने अनुभव साझा किये।
-20 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों और उद्योग संगठनों के साथ वन-टू-वन चर्चा हुई।
-छह सेक्टोरल सत्र और तीन राउण्ड टेबल बैठकें हुई।
-ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी 8 जिलों में इन्वेस्टमेंट फेसिलिटेशन सेंटर का शुभारंभ किया।
-रिलायंस समूह ने रिन्युएबल एनर्जी गैस एवं बायो गैस प्रोजेक्ट के लिये निवेश प्रस्ताव दिया। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में 2000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
-ट्रोपोलाईट फूड ग्रुप द्वारा फूड प्रोसेसिंग के लिये 100 करोड़ के निवेश से अपना व्यवसाय मध्यप्रदेश में और बढ़ाने का प्रस्ताव दिया, जिससे महिलाओं के लिये 500 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
-मुख्यमंत्री ने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में 4 नये औद्योगिक पार्क की घोषणा की।
-मुरैना जिले के सीतापुर में पुलिस चौकी एवं मुरैना के बामोर में फायर स्टेशन की घोषणा।