नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्ट्रेस हेमा मालिनी एक बेहतरीन अभिनेत्री होने के साथ ही साथ उम्दा राजनीतिज्ञ भी हैं. इन दिनों वह अपनी पॉलिटिकल करियर को लेकर खबरों में हैं. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. मथुरा से तीसरी बार वह चुनाव लड़ रही हैं.
हेमा मालिनी साल 2014 से राजनीति में काफी अहम भूमिका निभा रही हैं. हालांकि अब 10 साल राजनीति में योगदान देने के बाद हेमा मालिनी ने खुलासा किया है कि उनके पति धर्मेंद्र नहीं चाहते थे कि वह राजनीति में आएं. जबकि विनोद खन्ना ने उन्हें गाइड किया और पॉलिटिक्स में आने के लिए मोटिवेट भी किया.
एक इंटरव्यू में हेमा मालिनी ने अपनी फिल्मी और राजनीतिक करियर को लेकर खुलासा करते हुए हेमा मालिनी ने कहा, ‘धरमजी (धर्मेंद्र) को ये बिलकुल पसंद नहीं था मैं पॉलिटिक्स में आऊं. उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं चुनाव न लडूं क्योंकि ये बहुत मुश्किल काम है. जब उन्होंने ऐसा कहा तो मैंने इस बात को एक चैलेंज के तौर पर लिया.’
आगे हेमा मालिनी ने बताया कि धर्मेंद्र उन्हें ऐसी नसीहत क्यों दी थी. हेमा के अनुसार, जब धर्मेंद्र राजनीति में आए थे जब उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. वो इसलिए क्योंकि उन्हें ट्रैवल काफी करना पड़ता था और इसके साथ उन्हें फिल्मों में भी काम करना था. ऐसे में उन्हें ये सब एक जोखिम भरा काम लगता था. वह मेरी सुरक्षा को लेकर काफी इनसिक्योर थे. वह थोड़े परेशान भी थे क्योंकि ये उनका अनुभव था.
हेमा मालिनी ने आगे कहा, ‘जब आप एक फिल्म स्टार होकर राजनीति में आते हैं तो लोगों का क्रेज आपके प्रति और बढ़ जाता है. धरमजी को लेकर फैंस का क्रेज सब जानते हैं तो उन्हें इसे मैनेज करने में काफी दिक्कत होती थी. मैं भी कई परेशानियों का सामना करती हूं जो धरमजी को बिलकुल पसंद नहीं लेकिन मैं एक महिला हूं तो मैं ठीक से सबकुछ मैनेज कर लेती हूं.’
आपको याद दिला दें कि धर्मेंद्र 2004 से 2009 तक बीकानेर से सांसद रहे हैं. हालांकि उन्हें राजनीति उतनी पसंद नहीं आई इसलिए उन्होंने इस सफर को वहीं छोड़ दिया. जबकि हेमा मालिनी आज भी राजनीति में नाम कर रही हैं.
आगे बात करते हुए हेमा मालिनी ने बताया कि जब वह अपने राजनीतिक सफर को शुरू करने वाली थी तब दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना ने उनका सपोर्ट किया था. इतना ही नहीं उन्होंने हेमा को राजनीति में आने के लिए मोटिवेट किया था. उन्होंने बातचीत में विनोद खन्ना के प्रभाव को भी याद किया.
विनोद खन्ना को याद करते हुए हेमा मालिनी ने कहा, ”मैं विनोद खन्ना से प्रेरित थी क्योंकि वह मुझे अपने चुनाव प्रचार के लिए अपने साथ ले गए थे. उन्होंने मुझे बहुत कुछ सिखाया, भाषण कैसे देना है, जनता का सामना कैसे करना है. 5000-6000 लोगों के बीच भाषण देना कोई मज़ाक नहीं है. पहली बार में आप डर जाते हैं. बता दें कि भाजपा सदस्य विनोद खन्ना गुरदासपुर से दो बार सांसद रहे और केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री के साथ-साथ विदेश राज्य मंत्री भी रहे.