सागर। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो इंदौर जोनल टीम ने दो दिनों तक चले लंबे ऑपरेशन में एक अंतरराज्यीय गांजा तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. एनसीबी इंदौर ने सागर जिले के बंडा में एक ट्रक से 655 किलो गाजा जब्त कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. गांजे की कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक की आंकी गई है. गांजे की खेप उड़ीसा से सागर लाई जा रही थी. गांजे को पोहे के बोरियों में नीचे छिपा कर लाया जा रहा था.
एनसीबी इंदौर के जोनल निदेशक रीतेश रंजन ने बताया कि 6 और 7 मार्च को, दो दिन चले इस आपरेशन में सागर जिले के बंडा के ग्राम सौरई के पनहार में 655 किलोग्राम गांजा जब्त किया है. इस मामले में एनसीबी ने दो ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है. एनसीबी की टीम ने उक्त प्रतिबंधित पदार्थ ले जा रहे एक ट्रक को भी जब्त किया है. प्रतिबंधित सामग्री को पोहा की बोरियों के नीचे छिपाया गया था. एनसीबी की टीम आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
उड़ीसा से मंगाया गई थी खेप
जोनल निदेशक रितेश रंजन ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए लगातार अभियान चला रही है. इस क्रम में एनसीबी ने विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो इंदौर जांच और तलासी अभियान चला रही थी, इसी दौरान एनसीबी की टीम ने एक संदिग्ध को रोक तलाशी ली तो उससे प्रतिबंधित सामग्री बरामद की.
गांजे की उक्त खेप उड़ीसा के जिला सोनेपुर से मंगाई गई थी और मध्य प्रदेश के सागर लाई जा रही थी. इतनी बड़ी मात्रा में गांजे के बरामद होने से तस्करों में हड़कंप मच गया है.
साल 2024 की चौथी बड़ी कारवाई
रीतेश रंजन के मुताबिक, एनडीपीएस एक्ट के अनुसार गांजा की व्यावसायिक मात्रा 20 किलोग्राम है. उन्होंने बताया कि साल 2024 में एनसीबी इंदौर द्वारा प्रभावित गांजे की यह चौथी बड़ी जब्ती है. साल 2024 के पहले तीन महीनों के दौरान, एनसीबी की टीम ने इंदौर में लगभग 4.5 करोड़ रुपये के मूल्य के 2750 किलोग्राम से अधिक गांजा जब्त किया है.
इंदौर में नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए एनसीबी की टीम एक्शन मोड में है, यही वजह है कि बीते तीन माह के अंदर एनसीबी में इनती बड़ी मात्रा में नशीला पदार्थ जब्त करने में कामयाब रही है.