वैसे तो प्रकाश झा आज लोकप्रियता के शिखर पर हैं, लेकिन उनके करियर का शुरुआती दौर काफी कठिन था। प्रकाश झा फिल्म निर्माता बनने से पहले पेंटर थे। वे फिल्म निर्माता बनने का सपना लेकर मुंबई आए थे। इसके लिए उन्होंने दिल्ली कॉलेज से बैचलर की डिग्री छोड़ दी और वे मुंबई आ गए। उन्होंने जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स में एडमिशन लिया। उसके बाद उन्हें फिल्म ‘ड्रामा’ में काम करने का मौका मिला। यहीं से उन्होंने करियर की उड़ान भरी।
उस समय प्रकाश झा आर्थिक संकट में थे। वहीं परेशानिया उनके घर की भी थी। प्रकाश झा से उनके पिता भी नाराज थे और करीब पांच साल तक संपर्क में नहीं थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने संघर्ष के दौर की पुरानी यादें ताजा की थीं। उस वक्त उन्होंने कहा था कि वह 300 रुपये से अपना सपना पूरा करने आए थे। साथ ही भूखे पेट फुटपाथ पर सोना पड़ा। बहुत कुछ सहना पड़ा। काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। फिर कुछ दिनों बाद प्रकाश झा के दिन बदले। उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट हुई। ‘अपहरण’, ‘गंगाजल’ और ‘राजनीति’ सुपरहिट फिल्में देने वाले प्रकाश झा को जन्मदिन की बधाई।