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धीरेंद्र शास्त्री बोले-मकसद से भटक रहा महाकुंभ, महाकुंभ में होनी चाहिए चर्चा

छतरपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ को लेकर बड़ा बयान दिया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा की महाकुंभ अपने मकसद से भटक रहा है। महाकुंभ वायरल का विषय नहीं है। महाकुंभ आस्था और संस्कृत को बढ़ाने का विषय है। महाकुंभ रील नहीं रीयल के लिए जाना जाता रहा है। बीते कई दिनों से देख रहा हूं महाकुंभ में कई लोगों की रील वायरल हो रही हैं। मैं इसके पक्ष में नही हूं। इसका विरोध करता हूं। महिमा मंडन एक दिन हो गया। महाकुंभ में विचार विमर्श होना चाहिए।

महाकुंभ में होनी चाहिए चर्चा
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि महाकुंभ में इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि सनातन कैसे बचेगा? हिंदुत्व कैसे जगेगा? हिंदू राष्ट्र कैसे बनेगा? ऐसे लोग जो हिन्दू नहीं हैं उनको घर वापसी कैसे कराई जाए। महाकुंभ इन सब चर्चाओं के लिए होना चाहिए। हिंदुओं की घर वापसी कैसे कराई जाए। इस पर काम होना चाहिए।
महाकुंभ में कार्यक्रम का ऐलान
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वह कुंभ में जा रहे हैं। वह वहां पर एक कार्यक्रम करेंगे। इस कार्यक्रम का संकल्प है हिन्दू जगाओ, हिन्दुस्तान बचाओ।
धर्मांतरण के पीछे विदेशी ताकतें
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि मौजूदा वक्त में विदेशी ताकतों के द्वारा भारत में धर्मांतरण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। देश के छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, तेलंगाना, ओडिशा, असम जैसे प्रदेशों में प्रलोभन देकर हिन्दुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा है।

आदिवासी समुदाय का कराया जा रहा धर्मांतरण
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि एक समुदाय है जिसे हम प्रकृति मित्र कहते हैं। इस समुदाय को केवल चुनाव के समय याद किया जाता है। यह समुदाय शहरी शोरशराबे से दूर रहता है। इसने अपनी संस्कृति को सहेज कर रखा है। भगवान राम जब वन गए तब उनकी मदद इसी समुदाय ने की थी। लोग इस समुदाय को आदिवासी कहते हैं लेकिन हमारा मानना है कि यह अनादिवासी समुदाय है। ईसाई मिशनरियां की कुछ ताकतें इस समुदाय का धर्मांतरण करा रही हैं।

हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाया जाएगा
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यदि भारत को यदि हिन्दू राष्ट्र बनाना है तो सबसे पहले हमें हिन्दुओं का धर्मांतरण रोकना होगा। इस संबंध में हमने एक नया प्रण ठाना है। हिन्दुत्व की रक्षा के लिए जिलों, गांवों और कालोनियों में हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल बनाया जाएगा। भविष्य में यदि सड़क पर उतरने की जरूरत पड़ी तो हनुमान चालीसा बागेश्वर मंडल के श्रद्धालु, सदस्य और सेवादार एक साथ सेना के रूप में सड़क पर उतरने के लिए तैयार रहेंगे। इसमें प्रमुख भूमिका आदिवासी समाज की होगी। हम धर्मांतरण के खिलाफ इसके जरिए पूरे देश में आदिवासियों को एकजुट करेंगे।