दिव्येंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल भाजपा के दिग्गज नेता और विधनसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के भाई हैं। दिव्येंदु अधिकारी तमलुक लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर जीते। ये क्षेत्र अधिकारी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। हालांकि, इस बार ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने दिव्येंदु की जगह देवांशु भट्टाचार्य को तमलुक से तृणमूल उम्मीदवार बनाया है। इसी के बाद दिव्येंदु ने तृणमूल छोड़ने का फैसला किया है।
दूसरी ओर अर्जुन सिंह पश्चिम बंगाल के कद्दावर हिंदी भाषी नेताओं में से एक हैं। वह फिलहाल बैरकपुर से सांसद हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बैरकपुर से ही भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी। हालांकि राज्य में 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार नहीं बनने के बाद उन्होंने 2022 में तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर ली थी। अब उन्होंने आरोप लगाया है कि तृणमूल ने वादा खिलाफी की है और उन्हें बैरकपुर से उम्मीदवार नहीं बनाया। उनकी जगह पार्थ भौमिक को टिकट दिया गया है। इसके अलावा पार्टी में वह अपमानित महसूस कर रहे थे, इसलिए भाजपा में वापसी की है।