Monday, April 21"खबर जो असर करे"

जब पाताल लोक वाले जयदीप का स्ट्रगल देखकर बोलीं थीं उनकी मां

मुंबई। साल 2020 में रिलीज हुई अविनाश अरुण धवरे के निर्देशन में बनी ओटीटी की बेहतरीन सीरीज में से एक ‘पाताल लोक’ को लोगों ने काफी पसंद किया था। जयदीप अहलावत और चुम दरांग स्टारर इस सीरीज की कहानी को दर्शकों से खूब प्यार मिला और तभी से फैंस इसके दूसरे सीजन का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में अब मेकर्स ने लोगों की एक्साइटमेंट को बढ़ाते हुए इसके दूसरे सीजन की रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है। तो चलिए जानते हैं कि ‘पाताल लोक सीजन 2’ कब और कहां आने वाला है।
वेसे भी जयदीप अहलावत इंडस्ट्री के काफी बेहतरीन एक्टर में से एक हैं. वो कड़ी मेहनत करके आज उस मुकाम पर पहुंचे हैं जहां हर एक्टर पहुंचने का सपना देखता है. उन्होंने बहुत स्ट्रगल देखा है जिससे उभरकर वो आज अपने फैंस की पसंद बन चुके हैं.

जयदीप ने सुनाया अपनी मां का किस्सा
इस बारे में जयदीप ने बताते हुए अपनी मां से जुड़ा एक मजेदार किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि जब वो फिल्में कर रहे थे, तब उनकी मां ने उन्हें एक अच्छी नौकरी का ऑफर किया था जिसे सुनकर वो चौंक गए थे.
जयदीप ने बताया, ‘मेरी उस समय गैंग्स ऑफ वासेपुर फिल्म रिलीज हुई थी और मैं कमांडो फिल्म की शूटिंग कर रहा था. मेरी मां ने एक दिन मुझसे पूछा कि क्या तुम्हारा काम ठीक चल रहा है? तो मैंने कहा कि हां मां सब ठीक चल रहा है. उन्होंने कहा कि देखो अगर कुछ नहीं हो रहा हो तो हमारे सरकार हैं यहां हरियाणा में. मेरे पापा के पुराने पढ़े हुए एम.एल.ए हैं सरकार में.’ इधर एक कॉलेज में जूनियर प्रोफेसर की पोस्ट निकली है तो तुम्हारे लिए बात कर लेते हैं.

जयदीप ने हंसते हुए कहा कि मेरी मां आप देखिए कि मुझे उस वक्त एक कॉलेज में जूनियर प्रोफेसर लगवा रही हैं एक एम.एल.ए के जरिए. मैंने अपनी मां को कहा कि मां आपकी बात सही है लेकिन ये अभी होगा नहीं. मेरी मां मेरे लिए चिंता करती है. जाकिर खान ने एक बार कहा था कि माता-पिता आपके जुनून के खिलाफ नहीं होते, वो आपको बस गरीब नहीं देखना चाहते.’

जयदीप का फिल्मी करियर अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से थोड़ा बदला. जिसके बाद उनकी झोली में कई सारी फिल्में आई जिसमें उन्होंने काम किया. आज जयदीप इंडस्ट्री के काफी मंजे हुए एक्टर है. अगर वो शायद उस समय अपनी मां की बात मान लेते तो बॉलीवुड को एक और टैलेंटिड एक्टर नहीं मिल पाता.