मुंबई। कार्तिक आर्यन एक बार फिर अपनी हॉरर कॉमेडी फिल्म से लोगों का दिल जीतने के लिए तैयार हैं. इस दिवाली पर कार्तिक लोगों को डराने के साथ हंसाने के लिए भी तैयार हैं. उनकी फिल्म भूल भुलैया 31 नवंबर को रिलीज होने जा रही है. फिल्म में कार्तिक के साथ विद्या बालन, माधुरी दीक्षित और तृप्ति डिमरी लीड रोल में नजर आने वाली हैं. कार्तिक और विद्या बालन इन दिनों जोर-शोर से फिल्म के प्रमोशन में बिजी हैं. विद्या बालन की वापसी से फैंस बहुत खुश हो गए हैं. रिपोर्ट्स की माने तो डायरेक्टर अनीस बज्मी ने एक्टर्स को बहुत तगड़ी फीस दी है और सबसे ज्यादा पैसा कार्तिक आर्यन ने लिया है.
इतनी ली है फीस
एक रिपोर्ट के मुताबिक कार्तिक आर्यन को भूल भुलैया 3 के लिए सबसे ज्यादा फीस मिली है. उन्हें 45-50 करोड़ फीस मिली है. वहीं विद्या बालन की फीस की बात की जाए तो उन्हें 8-10 करोड़ मिले हैं और माधुरी दीक्षित को 5-8 करोड़ फीस मिली है. जो कार्तिक की तुलना में छह गुना कम है. वहीं तृप्ति डिमरी की फीस की बात करें तो ये सबसे कम है. उन्हें सिर्फ 80 लाख फीस दी गई है. एनिमल की सक्सेस के बाद से उनकी फीस काफी बढ़ गई है. बता दें भूल भुलैया के दूसरे पार्ट में कियारा आडवाणी लीड रोल में नजर आईं थीं.
सिंघम अगेन से होगा क्लैश
भूल भुलैया 3 का क्लैश रोहित शेट्टी की सिंघम अगेन से होने वाला है. दोनों ही फिल्में अलग जॉनर की है और दोनों की अपनी फैन फॉलोइंग है. सिंघम अगेन के ट्रेलर को भी ऑडियंस से तगड़ा रिस्पॉन्स मिला है. ये अब तक का सबसे लंबा ट्रेलर है. क्लैश का दोनों ही फिल्मों के कलेक्शन पर असर जरूर पड़ने वाला है. अब देखना होगा कौन-सी फिल्म कलेक्शन के मामले में बाजी मारती है.
30 साल पहले स्क्रीन पर जन्मी थी ‘मंजुलिका’ की कहानी
1993 में रिलीज हुई नेशनल अवॉर्ड विनिंग मलयालम फिल्म ‘मनिचित्रथालु’ को, इंडियन सिनेमा में बनी बेस्ट साइकोलॉजिकल थ्रिलर्स में से एक माना जाता है. आज इंडिया के सबसे टैलेंटेड एक्टर्स में से एक फहाद फाजिल के पिता, फाजिल ने ये फिल्म डायरेक्ट की थी और प्रियदर्शन इस फिल्म में सेकंड यूनिट के डायरेक्टर्स में से एक थे. इस फिल्म को अपने समय से बहुत आगे की फिल्म कहा गया क्योंकि 90s के दौर में ये फिल्म मेंटल हेल्थ कंडीशन ‘डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर’ (Dissociative Identity Disorder) की बात कर रही थी.
सैकड़ों साल पुराने महल में एक लड़की गंगा, बहू बनकर आती है और पुरखों के राज में आई नर्तकी, नागवल्ली की कहानियों से खूब प्रभावित होने लगती है. लोगों को लगता कि उस नागवल्ली का भूत महल में लौट आया है. बाद में पता लगता है कि ये तो घर की बहू है, जो खुद को नागवल्ली समझने लगी है और फिर अमेरिका के साइकेट्रिस्ट बनकर उसका इलाज करने आते हैं मलयालम सिनेमा के आइकॉन मोहनलाल. फिल्म में गंगा / नागवल्ली का किरदार निभाने के लिए शोभना को भी नेशनल अवॉर्ड मिला था.
प्रियदर्शन ने इसी कहानी को अक्षय कुमार, विद्या बालन और शाइनी आहूजा के साथ रीमेक किया. इस तरह 14 साल बाद, 2007 में आई ‘भूल भुलैया’. इतने लंबे वक्त बाद रीमेक बना तो नाम भी बदले गए. नागवल्ली बनी मंजुलिका और डॉक्टर सनी का नाम बदलकर हो गया डॉक्टर आदित्य. यानी अब ‘भूल भुलैया 3’ में मंजुलिका का जो मिथ आप देखने जा रहे हैं वो असल में 30 साल से ज्यादा पुराना है. पॉइंट की बात ये है कि पहली फिल्म तक मंजुलिका ‘मिथ’ ही थी, ‘घोस्ट’ नहीं. मगर तीसरी फिल्म तक आते-आते इस किरदार के साथ ऐसा वन टू का फोर हुआ है कि मंजुलिका सच में कहीं होती तो उसे चक्कर आ जाते!
मनमोहक मंजुलिका की मेंटल हेल्थ वाली कथा
पहली ‘भूल भुलैया’ अगर आपको याद हो तो (ना याद हो तो दोबारा देख लीजिए, अच्छा समय है), चतुर्वेदी परिवार के एक पूर्वज महाराज विभूति नारायण के दरबार में मंजुलिका एक राज नर्तकी थी. डॉक्टर आदित्य श्रीवास्तव (अक्षय कुमार) की जुबान में कहें तो ‘लम्पट राजा, खूबसूरत मंजुलिका पर लट्टू हो गया और उसके प्रेमी, शशिधर को मरवा दिया.’ प्रेम की आग में, प्रेमी की हत्या ने पेट्रोल का काम किया और मंजुलिका ने फांसी लगाकर जान दे दी. मरने से पहले उसने कसम खाई कि राजा से बदला जरूर लेगी. राजा विभूति नारायण की असमय, रहस्यमयी मौत हुई तो लोगों ने दोष मंजुलिका के भूत पर मढ़ दिया. भूतों की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो बड़े जिम्मेदार होते हैं, हर अनहोनी का जिम्मा उनके सर मढ़ा जा सकता है.