
अजमेर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर आज पूरा देश गुस्से से लाल है। अलग-अलग शहरों में इसके खिलाफ विरोध सड़कों पर भी दिख रहा है। हर देशवासी आतंकियों की बेरहम मौत की मांग कर रहा है। इस बीच अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख ने भी इस कायराना हरकत की घोर निंदा की है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर आज पूरा देश गुस्से से लाल है। अलग-अलग शहरों में इसके खिलाफ विरोध सड़कों पर भी दिख रहा है। हर देशवासी आतंकियों की बेरहम मौत की मांग कर रहा है। इस बीच अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख ने भी इस कायराना हरकत की घोर निंदा की है। उन्होंने आतंकियों को सीधे कहा कि ये लोग मुसलमान कहलाने की लायक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह नीचता है कि किसी व्यक्ति से धर्म पूछकर उसकी जान ले ली जाए।
दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख,सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने तल्ख लहजे में कहा कि यह बहुत दुखद घटना है और इस्लाम में ऐसी घटना के लिए कोई जगह नहीं है। निर्दोष लोगों को क्यों मारा जा रहा है? इस्लामी दृष्टिकोण से, वे मुसलमान कहलाने के लायक नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी धर्म आपको किसी की धार्मिक पहचान पूछकर उस पर गोलियां चलाने की अनुमति नहीं देता। आप इस्लाम को क्यों बदनाम कर रहे हैं? उन्हें शर्म आनी चाहिए।
सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने आगे कहा कि यह इस्लाम में कहां लिखा है कि आप बेगुनाह या बेकसूर बच्चों को मारोगे। एक बच्चे का खून भी इंसानियत का खून कहा जाएगा। क्यों अपने मुल्क की बदनामी कर रहे हो। कम से कम अल्लाह से डरो,कब्र के अंदर क्या होगा? इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि आतंकवाद की जहां-जहां जड़े हैं,वहां घुसकर मारें। इनका समूल रूप से नष्ट हो जाएं। पर्यटकों के जाने से वहां व्यापार बढ़ रहा था, 370 हटने के बाद से वहां अमन-चैन कायम हो रहा था,उसे बिगाड़ने के लिए ये सब कर रहे हैं।